Friday, 26 October 2012

UPPCS - MY EXPERIENCE-II


जैसा की पिछले पोस्ट में पीसीएस से संबन्धित जी०एस० और निबंध व हिन्दी हेतु मेरा अनुभव था उसी परिप्रेक्ष में optionals जो की 800 नंबर के होते है, के बारे में कोई एक-ही strategy नही हो सकती क्यूकि विभिन्न optionals का sylabbus और लोकप्रियता भी आवश्यक निर्धारक है। मेरा स्वयं का अनुभव लोक प्रशासन व समाजशास्त्र तक सीमित है और समाज कार्य के प्रश्न पात्रो का भी अवलोकन किया है। 
   विषय (OPTIONALS)- पीसीएस में यह अच्छाई है कि सिलैबस सीमित है और प्रश्न प्रायः उसी से आए है और सेक्शन  A वा B का विभाजन मेन्स में काफी मदद करता है। जैसे साइमन का  decision-मेकिंग है, लोक प्रशासन में LIKERT,Mcgregor नहीं है। बेहतर ये होगा की पिछले 5 वर्षो के प्रश्नो को अछि तरह से लिख के तैयार कर ले और किसी से चेक करा ले। जो लोग आईएएस की तयारी कर रहे है या mains दिया है, उनको ये समस्या होगी की यूपीएससी में अब 200-300 शब्दो के उत्तर लिखने होते है और पीसीएस में 600-700 शब्दो में लिखना है। इसे आप इस तरह से tackle कर सकते है की उसके उत्तर में case studies का, examples का, elaboration of concepts, flowery language का भरपूर प्रयोग कर सकते है।
sociology में research methodology से सवाल आना तय है इसलिए उसे अच्छे से मय टेबल व flow-chart सहित बनाए।नडाल, और अन्य ऐसे thinkers को skip किया जा सकता है। सेकंड पेपर हेतु specific कसे स्टडीस का प्रयोग करे जो नयी हो, 1970-80 की कसे स्टडीस का उतना महत्व नही है साथ ही ये नकारात्मक प्रभाव पड़ता है की अभ्यर्थी updated नही है। आसान से प्रतीत होने वाले प्रश्न ज्यादा नुकसानदायक है क्यूकि हम प्रायः यह भूल जाते है कि ये socio/pub adm.-II का पेपर है और अपना सामान्य ज्ञान या comman-sense लिख देते है जो कि व्यर्थ क समान है और इसीलिए समान्यतः द्वितीय प्रश्न पत्र में नंबर कम आते है। 
SOURCE- 
आईएएस के नोट्स से अगर पढ़ रहे है तो पीसीएस का syllabus लेके उसमे से संबन्धित टॉपिक मार्क कर ले और उसी को strictly पढे क्यूकि पीसीएस में रटना आवश्यक है। answers लिखते समय कोशिश करे कि जो core areas जैसे thinkers है उनको attempt करे क्यूकि नंबर पाने के chance उसमे ज्यादे है। शॉर्ट नोट्स वाले प्रश्नो को पूर्ण रूप से लिखे जिससे की सारे aspects कवर हो जाए। 
Optional के संबंध में मेरा मानना ही कि लोकप्रिय विषय लेना श्रेयस्कर है क्यूकि scaling का प्रावधान उसी पक्ष में जाता है।साथ ही मैटर तथा मार्गदर्शन भी उपलब्ध रहता है।कुल मिला के uppcs mains 1500 नंबर का होता है, जिसका ब्रेक-अप यू है :-
  1. जीएस-I... 200
  2. GS  -II.. 200
  3. निबंध- ... 150 
  4. हिन्दी-  ... 150
  5. OPTIONALS- 800 (200*4)
  6. INTERVIEW  200
किसी भी प्रकार के सुझाव आमंत्रित है।


3 comments:

  1. Dear sir,
    plz inform me that how many subjects have to select in Optional in mains ... Thanks in Advance...

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  2. sir anthro k last year k ppr chaiye te

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